चंडीगढ़, 21 अगस्त – राज्य में युवा उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित करने हेतु हरियाणा राज्य उद्यमिता आयोग की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सरकार हरियाणा को देश का नंबर एक स्टार्टअप हब बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका लक्ष्य राज्य में स्टार्टअप्स की संख्या को तीन गुना करना है।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने विश्व उद्यमिता दिवस के अवसर पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कई अन्य घोषणाएँ कीं। इस अवसर पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्री रणबीर गंगवा और युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता मंत्री श्री गौरव गौतम भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में राज्य भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, स्कूलों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के लगभग 2,000 छात्रों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 100 सफल उद्यमियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने एबीआईसी, सीसीएसएचएयू, हिसार के 22 स्टार्टअप्स को अनुदान राशि के रूप में 1,14,30,000 रुपये से अधिक का चेक प्रदान किया। सभी स्कूलों और कॉलेजों में स्टार्टअप आइडिया स्लोगन प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी, जिनमें 1 करोड़ रुपये तक की पुरस्कार राशि होगी। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप नीति के तहत स्टार्टअप्स में विकसित विचारों को सरकार से पूर्ण माइक्रोफाइनेंस सहायता मिलेगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वोकल फॉर पीपल पहल को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी मेलों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जिला प्रशासन का पूरा सहयोग मिलेगा। श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य सरकार निजी निवेशकों को एक फंड ऑफ फंड्स बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, जो स्थानीय स्टार्टअप्स में निवेश करके हरियाणा को नवाचार और उद्यमिता का एक प्रमुख केंद्र बनाएगा।