छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)-आज अखिल भारतीय नारी रचा मंच के तत्वावधान में महिला समिति की सैकड़ों बहनों ने शान्तिपूर्ण तरीके से रैली निकालकर राष्ट्रपति, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग एवं मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि आज पूरे देश भर में 650 जिला केन्द्रों में 31 अगस्त काला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है । सन 2013 में आज के ही दिन संत श्री आशारामजी बापू को एक फर्जी प्रकरण में गिरफ्तार किया गया था । लगभग 8.5 वर्षों में उन्हें एक भी दिन की जमानत नहीं दी गयी । आज देश की करोडो – करोड़ों बहनें जन रैली निकालकर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर रहीं हैं। उनके बेगुनाही के हजारों सबूत हैं । जिसे न्यायपालिका जानबूझकर देखने को तैयार नहीं है । प्रकरण की सुनवाई माननीय सुप्रीम कोर्ट में होती है , तो सुप्रीम कोर्ट माननीय उच्च न्यायालय जोधपुर पर टालामटोली करती है । जोधपुर उच्च न्यायालय गुजरात उच्च न्यायालय पर टाला मटोली करती है । सम्पूर्ण न्याय व्यवस्था द्वारा इस प्रकरण को फुटबाल मैच की तरह खेला जा रहा है। उनकी आयु 86 वर्ष तथा स्वास्थ्य बेहद खराब है। जोधपुर उच्च न्यायालय ने उनके खराब स्वास्थ्य की याचिका पर राजस्थान सरकार को आदेशित किया था कि उनके भोजन , ईलाज , आवागमन एवं अन्य सुविधाओं का उचित प्रबंध करें । पर राजस्थान सरकार न्यायालय के आदेश की जानबुझकर अनदेखी कर रही है। उन्हें अस्पताल एवं न्यायालय ले जाने के लिए कन्डम वाहन का उपयोग कर रही है। इस वजह से पूज्य बापूजी की पीठ में असहनीय पीड़ा है । राजस्थान सरकार की माली हालत ठीक नहीं है तो हम सब बहनें अच्छे वाहन की व्यवस्था कर देतें हैं । जिससे बापूजी को अस्पताल एवं न्यायालय ले जाने में सुविधा हो । देश की प्रशासनिक व्यवस्था पर तरस आता है । जहाँ सैकड़ों लोगों की जान लेने वाला आतंकवादी कसाब को 5 स्टार होटल की सुविधा मुहिया करायी जाती है , वहीं पूरे विश्व में आध्यात्मिक क्रांति लाने वाले एवं करोड़ों लोगों का जीवन उन्नत करने वाले संत के साथ दुराग्रह से कार्य किया जा रहा है। ऐसा महसूस होता है कि देश की न्यायव्यवस्था एवं प्रशासनिक व्यवस्था तालिबानी मानसिकता से ग्रसित हैं। उचित कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन देते समय साध्वी नीलू बहन , साध्वी रेखा बहन , दर्शना खट्टर , सुमन दोईफोड़े, डॉ. मीरा पराड़कर, विमल शेरके, करुणेश पाल, छाया सूर्यवंशी, शकुंतला कराडे, राखी भोजवानी, मीना मेश्राम, योगिता पराड़कर, कौशल्या कुशवाहा, निर्मला पटेल, खजरी आश्रम के जयराम भाई, समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई , युवा सेवा संघ के अध्यक्ष दीपक दोईफोड़े, P. R. शेरके, M. R. पराड़कर, धनाराम सनोडिया , आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।