दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पूछताछ के लिए एक बार फिर पेश नहीं हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि समन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के इशारे पर जारी किए गए हैं, जो विपक्ष की आवाज दबाना चाहते हैं। केजरीवाल को ईडी ने बृहस्पतिवार को आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए चले गए।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को ईडी को भेजे जवाब में कहा कि समन में यह स्पष्ट नहीं किया गया है उन्हें मामले में ‘गवाह या संदिग्ध’ के तौर पर या ‘दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अथवा आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक’ के रूप में बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि ताजा समन 18 दिसंबर को जारी किया गया, जिसे निश्चित रूप से रद्द, वापस लिया जाना चाहिए।